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​डॉलर में गिरावट से भारतीय रुपया मजबूत हुआ, लेकिन वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते अस्थिरता बनी हुई है​

अमेरिकी डॉलर में आई ऐतिहासिक गिरावट के चलते भारतीय रुपया और अन्य एशियाई मुद्राओं को राहत मिली है। हालांकि, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण मुद्रा बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।​


डॉलर की गिरावट: कारण और प्रभाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर 145% टैरिफ लगाने के बाद वैश्विक निवेशकों में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर विश्वास कम हुआ है। इसके परिणामस्वरूप, निवेशकों ने अमेरिकी डॉलर से दूरी बनाकर स्विस फ्रैंक, जापानी येन, यूरो और सोने जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख किया है। इससे डॉलर इंडेक्स में 3% से अधिक की गिरावट आई है, जो जुलाई 2023 के बाद पहली बार 100 के स्तर से नीचे गया है ।​


भारतीय रुपये पर प्रभाव

डॉलर की कमजोरी के चलते भारतीय रुपया शुक्रवार को 0.8% की बढ़त के साथ 86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। हालांकि, सप्ताहिक आधार पर यह फरवरी के बाद सबसे खराब प्रदर्शन रहा, जिसमें रुपया 0.9% कमजोर हुआ । विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर की गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में कमी से रुपया निकट भविष्य में 85.70 से 86.70 के दायरे में रह सकता है ।​


वैश्विक व्यापार तनाव और बाजार की प्रतिक्रिया

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ा दी है। चीन ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में 125% टैरिफ लगाया है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ी है। हालांकि, अमेरिकी सरकार ने अधिकांश देशों के लिए टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया है, लेकिन चीन के लिए यह लागू रहेगा ।​


आगे की राह

डॉलर की कमजोरी और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय रुपया अल्पकालिक रूप से मजबूत हो सकता है। हालांकि, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि और वैश्विक निवेशकों की धारणा में बदलाव जैसे कारक रुपये की स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक को मौद्रिक नीति में लचीलापन दिखाते हुए वैश्विक परिवर्तनों पर नजर रखनी चाहिए ।​


निष्कर्ष: डॉलर में गिरावट ने भारतीय रुपये को अल्पकालिक राहत दी है, लेकिन वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और व्यापार तनावों के चलते मुद्रा बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। भारतीय निवेशकों और नीति निर्माताओं को सतर्क रहकर वैश्विक परिवर्तनों पर नजर रखनी होगी।​

अमित वर्मा

फ़ोन: +91 9988776655 🎓 शिक्षा: बी.ए. इन मास कम्युनिकेशन – IP University, दिल्ली 💼 अनुभव: डिजिटल मीडिया में 4 वर्षों का अनुभव टेक्नोलॉजी और बिजनेस न्यूज़ के विशेषज्ञ पहले The Quint और Hindustan Times के लिए काम किया ✍ योगदान: HindiNewsPortal पर टेक और बिज़नेस न्यूज़ कवरेज करते हैं।

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