RCB के ‘फ़िनिशर’ जितेश शर्मा ने बताया टीम में जमने की बड़ी वजह – Dinesh Karthik से मिली खास सीख
आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जितेश शर्मा इन दिनों सुर्खियों में हैं। ना सिर्फ़ अपने खेल को लेकर, बल्कि जिस तरह से उन्होंने टीम में खुद को स्थापित किया है, वो भी काबिल-ए-तारीफ़ है। हाल ही में जितेश ने खुलकर बताया कि उनकी इस कामयाबी के पीछे सबसे बड़ा हाथ किसका है – और वो नाम है डी.के. अन्ना यानी दिनेश कार्तिक का।
₹11 करोड़ में RCB की बड़ी खरीद – अब बन चुके हैं मिडिल ऑर्डर के मज़बूत स्तंभ
पिछले साल की मेगा ऑक्शन में RCB ने जितेश शर्मा पर बड़ा दांव खेला और ₹11 करोड़ में उन्हें अपनी टीम का हिस्सा बनाया। ये रकम अपने आप में बताती है कि फ्रेंचाइज़ी को उन पर कितना भरोसा था। इस सीज़न में जितेश एक फिनिशर की भूमिका में सामने आए हैं और मिडिल ऑर्डर को मजबूती देने वाले अहम खिलाड़ी बन गए हैं।
“D.K. अन्ना से जो रिश्ता है, वो मुझे टीम का हिस्सा महसूस कराता है”
जितेश ने JioHotstar की एक खास सीरीज़ में बात करते हुए बताया, “मैंने पहली बार किसी ऐसे इंसान से मुलाकात की है, जिससे मेरी पूरी वेवलेंथ मिलती है। दिनेश कार्तिक मेरे जैसे ही हैं – वही सोच, वही अनुभव। उन्होंने भी मेरे जैसी भूमिका निभाई है, इसलिए उन्हें मेरी बात समझना आसान होता है और मुझे उनकी।”
उन्होंने आगे कहा, “DK अन्ना की वजह से मैं टीम में जम पाया हूँ। उनसे बात करना आसान है क्योंकि वो मेरी जर्नी को समझते हैं। वो खुद ऐसे मौकों पर खेले हैं जहां प्रेशर बहुत ज्यादा होता है। मुझे उनसे बात करके बहुत कुछ नया सीखने को मिल रहा है।”
“पहले कभी ऐसा सपोर्ट नहीं मिला था”
जितेश बताते हैं कि इससे पहले उन्हें कभी ऐसा मेंटर नहीं मिला जो नंबर 6 पर खेलने वाले बल्लेबाज़ की मुश्किलों को समझ सके। “इस रोल में बहुत कम लोग सफल हुए हैं, और जो हुए भी हैं, वो बड़े फ्रेंचाइज़ी जैसे CSK के लिए खेले हैं। लेकिन अब मुझे DK जैसा साथी मिला है जो रोज़ मुझसे बात करता है, मुझे गाइड करता है।”
छोटे-छोटे बदलाव, बड़े असर – Natural hand movement से बना अलग आत्मविश्वास
जितेश ने बताया कि DK ने उन्हें उनकी “नेचुरल हैंड मूवमेंट” पर काम करने को कहा, जिससे उनका खेल और भी निखर गया। “पहले कोच कहते थे सीधा खेलो, ये मत करो, वो मत करो। लेकिन DK ने मुझे मेरे खुद के शॉट्स पर भरोसा करना सिखाया। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें इसलिए चुना गया है, क्योंकि तुममें कुछ खास है। उस पर काम करो।’ और अब चीज़ें बदल रही हैं।”
“Comfort zone से बाहर आना आसान नहीं, पर ज़रूरी था”
“DK ने मुझे मेरे comfort zone से बाहर निकाला और एक नई जगह लाकर खड़ा किया। कुछ शॉट्स जो मेरे पास थे, मैं उन पर भरोसा ही नहीं करता था। अब उन पर काम कर रहा हूँ। मेरा mindset है – अगर कुछ नया सीख सकता हूँ, तो क्यों ना सीखूं?”
सिर्फ़ शुरुआत है अभी – आगे और धमाका बाकी है!
इस सीज़न में भले ही जितेश को अभी तक केवल 8 मैचों में खेलने का मौका मिला है, जिसमें उन्होंने 101 रन बनाए हैं, लेकिन जिस आत्मविश्वास और सीख के साथ वो खेल रहे हैं, वो आने वाले मुकाबलों में और बड़ा असर छोड़ सकती है।
उनकी कहानी सिर्फ़ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि उस इंसान की है जो अपने रोल को समझ रहा है, सीख रहा है और धीरे-धीरे उस फिनिशर की भूमिका में ढल रहा है, जिसकी RCB को जरूरत थी।
RCB के फैंस के लिए जितेश शर्मा की ये कहानी उम्मीद की एक नयी किरण है। और जब आपके पास DK जैसा मार्गदर्शक हो, तो नामुमकिन कुछ नहीं होता।