मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल), 12 अप्रैल 2025 – वक्फ अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन देखते-देखते हिंसक हो गया। पुलिस पर पथराव, सरकारी संपत्ति को नुकसान और राजनीतिक नेताओं के घरों पर हमले जैसी घटनाओं के बाद स्थिति बिगड़ गई। हिंसा में 15 पुलिसकर्मी घायल हुए और अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को जाम कर दिया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस, लाठीचार्ज और रबर बुलेट्स का सहारा लेना पड़ा। जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
प्रदर्शन मुख्यतः वक्फ संपत्ति पर सरकारी नियंत्रण और कथित भूमि अधिग्रहण के विरोध में था। कई स्थानों पर हिंसा उस समय और तेज हो गई जब कुछ नेताओं के घरों और पार्टी कार्यालयों पर हमले हुए। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला सुनियोजित प्रतीत हो रहा था।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से कुछ के पास हथियार भी पाए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर तैनात हैं और पूरे क्षेत्र की निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जा रही है।
इस बीच, राज्य सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और चेतावनी दी है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष: यह घटना राज्य में बढ़ती असहमति और धार्मिक-सामाजिक मुद्दों की संवेदनशीलता को उजागर करती है। प्रशासन के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, जिसमें उसे शांति व्यवस्था के साथ-साथ जनता के विश्वास को भी बनाए रखना होगा।